शिवानी सिंह और काजल त्रिपाठी का लोकगीत 'दिलवा घरही रख के जईहा' वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स ने किया रिलीज
भोजपुरी सिंगर शिवानी सिंह और भोजपुरी संगीत जगत की पॉपुलर एक्ट्रेस काजल त्रिपाठी की शानदार जोड़ी में भोजपुरी लोकगीत 'दिलवा घरही रख के जईहा' श्रोताओं व संगीतप्रेमियों के बीच धमाल मचाने आ गया है। इस गाने को अपनी मधुर और सुरीली आवाज में सिंगर गोल्डी यादव ने गाया है। इसके वीडियो में खूबसूरत अदाकारा काजल त्रिपाठी कमाल का डांस परफार्मेंस किया है। वह बैगनी रंग का लहँगा चोली पहने बहुत ही ब्यूटीफुल लग रही है, साथ ही वह अपनी कातिल अदाओं से सबको दीवाना मस्ताना बना रही है। ये गाना वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है।
इस लोकगीत के वीडियो में दिखाया गया है कि एक्ट्रेस काजल त्रिपाठी का हसबैंड अपने दोस्तों के साथ बारात में जा रहा है। अपने पति को बन ठनकर जाते हुए देखकर काजल त्रिपाठी समझाते हुए कहती है कि...
'जा तारा बरात में डर लागाता, कई देबा कवनो गड़बड़ लागाता, करीं नाही दूसरा से प्यार राजा जी, त दिलवा घरही रखके जईहा ये हमार राजा जी, दिलवा घरही रखके जईहा हे हमार राजा जी...'
वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत लोकगीत 'दिलवा घरही रख के जईहा' के निर्माता रत्नाकर कुमार हैं। इस गीत को सिंगर शिवानी सिंह ने गाया है। इस गाने में अदाकारा काजल त्रिपाठी ने इंडियन लुक में बहुत खूबसूरत लग रही हैं। इस गाने को गीतकार सूरज सिंह ने लिखा है, जबकि संगीतकार विक्की वॉक्स ने मधुर संगीत दिया है। वीडियो डायरेक्टर सुनील बाबा, डीओपी गौरव राय एंड रंजन, कोरियोग्राफर रौनक शाह, एडीटर आलोक गुप्ता है। डीआई रोहित सिंह, प्रोडक्शन पंकज सोनी ने किया है। इस गाने का ऑल राइट वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स के पास है।
इस गाने को लेकर सिंगर शिवानी सिंह ने कहा कि 'मेरी आवाज में गाया हुआ यह लोकगीत वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स म्यूजिक कंपनी से रिलीज हुआ है, जोकि बहुत ही प्यारा है। इस गाने को गाते समय मुझे बहुत अच्छा लगा था। मुझे खुशी है कि रत्नाकर सर हमेशा अच्छे गाने बनाते हैं। सभी श्रोताओं को यह सांग पसंद करने के लिए दिल से धन्यवाद देती हूं।'
वहीं एक्ट्रेस काजल त्रिपाठी ने कहा कि 'इस लोकगीत में एक अलग ही मजा है। इसमें पत्नी अपने पति को किसी दूसरी लड़की के फेरा में पड़ने से रोकने का प्रयास करती है, जोकि मनोरंजन से भरपूर है। ऐसे मजेदार गाना में परफॉर्म करके मुझे बहुत खुशी मिलती है। इतना अच्छा लोकगीत का निर्माण करने के लिए रत्नाकर कुमार सर को दिल से धन्यवाद देती हूँ!'