मौनी अमावस्या पर एतिहासिक दत्तात्रेय धाम पर हजारों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई
प्रेम प्रकाश दुबे की रिपोर्ट
निजामाबाद आजमगढ़। निजामाबाद एतिहासिक दत्तात्रेय धाम पर हजारों श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर आस्था की डुबकी लगाई l सुबह से ही भक्तों की अपार भीड़ उमड़ पड़ी थी।भक्तगण सुबह से ही एतिहासिक पुरातन दत्तात्रेय धाम मंदिर पहुंचकर पवित्र तमसा में स्नान कर भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा,मदार,पुष्प,धूप, दीप,अगरबत्ती आदि से भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करके अपने और अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना के लिए मत्था टेक रहे थे।सुबह से ही भक्तों के हर हर महादेव शिव चालीसा और शिव के मंत्रों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा था। मान्यता के अनुसार दत्तात्रेय को भगवान विष्णु का अवतार कहा जाता है इसलिए इनके दर्शन मात्र से ही सभी प्रकार के दुख,बाधाएं दूर हो जाती हैं। दत्तात्रेय धाम से लोगों की घोर आस्था जुड़ी हुई हैं। माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है. शास्त्रों में इस दिन मौन रहकर स्नान और दान करने का महत्व बताया गया है. इस दिन अगर सम्पूर्ण रूप से मौन रहा जाए तो अद्भुत स्वास्थ्य और ज्ञान की प्राप्ति होती है. जिनको भी मानसिक समस्या है या भय और वहम की समस्या है, उनके लिए आज का स्नान महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन की प्रक्रिया के पालन से ग्रहों की शांति और दोषों का निवारण दोनों हो सकता है.।अपने जीवन को सफल बनाने के लिए श्रद्धालु सुबह से ही दत्तात्रेय धाम मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन कर अपने और अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना कर रहे थे।सुरक्षा की दृष्टिकोण से सुबह से ही उपनिरीक्षक चंद्रजीत यादव,उपनिरीक्षक सुधीर पांडेय,उपनिरीक्षक प्रमोद सिंह,महिला का0रुचि तिवारी, आरती तिवारीआदि लोग तैनात रहे।